हवा के झोंकों में, इठलाती हैं पत्तियाँ, पवन के स्पर्श से, सिहरती हैं पत्तियाँ, सूर्य की रोशिनी से, जीवन पाती हैं पत्तियाँ, परन्तु पवन के झिंझोड़ने से ही,| खिलखिलाती है पत्तियाँ, हवा के संगीत पर, Continue reading मद-मस्त पत्तियाँ
हिम्मत
किनारे किनारे चले तो क्या मज़ा,लहरों की तरह टूट गिरोगे,अरे बीच में उतर गोते लगा तो देखो,मछली की तरह तैरने लगोगे।
जीने की राह
ख़ुद के चाँद बनो,उधार की रोशनी में कब तक जियोगे?जैसे शराब का नशा अपनी बोतल में है,दूसरे की में नहीं,ज़िन्दगी का नशा प्यार मुहब्बत में है,नफ़रत में नहीं।