तजुरबे कुछ यादों की परतों में दबाते गये, कुछ समय के अंधड़ उड़ाते गए, ऐ ज़िंदगी तेरे तजुरबों को जीते, कुछ आबाद तो कुछ बर्बाद होते गये।Continue reading तजुरबे → June 21, 2022September 17, 2022 Taru AgarwalLeave a comment