बहने दें

बहने दें अश्कों कों,
कमसकम दिलवाले तो हैं हम;
बहने दें दरिया को,
गुनगुनाने का रखती तो है दम;
बहने दें हवा को,
बादलों से जूझने का नहीं है डर;
बहने दें जिंदगी को,
कमसकम ठरहें तो नहीं हैं हम;
और बहने दें लबों पर मुस्कान को,
ज़माना नहीं जान पाएगा
आपके और हमारे गम।

Published by

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *