किनारे किनारे चले तो क्या मज़ा,लहरों की तरह टूट जाओगे,बीच में उतर गोते लगा तो देखो,मछली की तरह तैरने लगोगे।
बहने दो
बहने दो अश्कों कों,कमसकम दिलवाले तो हैं हम; बहने दो दरिया को,गुनगुनाने का रखती तो है दम; बहने दो हवा को,बादलों से जूझने का नहीं इसे डर; बहने दो जिंदगी को,कमसकम ठरहें तो नहीं हैं हम; और बहने दो लबों पर मुस्कान को,ज़माना नहीं जान पाएगा आपके गम।