पलकों की दुनिया में चलो चलें

पलकों की दुनिया में,
नींद के पंख लगा चलो चलें।

सपनों का देश है,
बहुत प्यारा भेष है,
चलो यहीं रुक जाएँ,
हवा की चादर ओढ़ सो जाएँ,
पलकों की दुनिया में,
नींद के पंख लगा चलो चलें।

परियों का घर है,
बहुत प्यारा नगर है,
चलो यहीं रुक जाएँ,
तारों से बातें कर सो जाएँ,
पलकों की दुनिया में,
नींद के पंख लगा चलो चलें।

जादू का महल है,
बहुत प्यारे कमल हैं,
चलो यहीं रुक जाएँ,
फूलों के बिस्तर पर सो जाएँ,
पलकों की दुनिया में,
नींद के पंख लगा चलो चलें।

Published by

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *