सोना मेरा सोना,
सोएगा मेरा सोना,
चिड़ियों सँग नींद में,
चहकेगा मेरा सोना।Continue reading सोना मेरा सोना
किलकत पुलकत
किलकत पुलकत उछलत नटखट,
देखत ददुआ कूँके एकदम,
हाथ बढ़ाकर घूमत माँगत,
गोदी चढ़कर किलकत मनभर,Continue reading किलकत पुलकत →
चंदा मामा नीचे आना
चंदा मामा नीचे आना,
आके गुड़िया को सुलाना,
गुड़िया तुमको रहती तकती,
ऊँ ऊँ कर छूने को लपकती।Continue reading चंदा मामा नीचे आना →
डरपोक झा
एक था कव्वा कायर सा,
नाम था उसका डरपोक झा,
डरता था वो उड़ने से,
तेज़ था पर वो लड़ने में।Continue reading डरपोक झा →
नटखट
नाटक करे नटखट, बन के कन्हैया, ढूँढो रे ढूँढो बाबा, कहाँ छुपा हूँ मैया। नाटक करे नटखट, बन के टीचरवा, पढ़ लो रे पढ़ लो बाबा, क ख ग घ अं। नाटक करे नटखट, बन के डॉक्टरवा, लेटो रे लेटो बाबा, कटना है अब पेटवा। नाटक करे नटखट, बन के पुलिसिया, भागो रे भागो बाबा,Continue reading नटखट →
पलकों की दुनिया में चलो चलें
पलकों की दुनिया में,नींद के पंख लगा चलो चलें। सपनों का देश है,बहुत प्यारा भेष है,चलो यहीं रुक जाएँ,हवा की चादर ओढ़ सो जाएँ,पलकों की दुनिया में,नींद के पंख लगा चलो चलें। परियों का घर है,बहुत प्यारा नगर है,चलो यहीं रुक जाएँ,तारों से बातें कर सो जाएँ,पलकों की दुनिया में,नींद के पंख लगा चलो चलें।Continue reading पलकों की दुनिया में चलो चलें →
मैया का कन्नहिय्या
तिरकिट तिरकिट दौड़े कन्नहिय्या,उछले बोले मैया मैया,माखन खाऊँ, धूप में खेलूँ,मटकी तोड़ूँ, रस बरसाऊँ,रोक सके तो रोक ले मुझको,लुक-छिप कर के छकाऊँगा तुझको। तिरकिट तिरकिट दौड़े कन्नहिय्या,उछले बोले मैया मैया,शेर पे बैठूँ, कान मैं खीचूँ,पूँछ पे उसकी लटकूँ खेलूँ,रोक सके तो रोक ले मुझको,जँगल जँगल दौड़ाऊँगा तुझको। तिरकिट तिरकिट दौड़े कन्नहिय्या,उछले बोले मैया मैया,चाँद पेContinue reading मैया का कन्नहिय्या →
संगीत की लहर
उठी कहीं एक,मध्यम सी लहर,शब्दों के संगम की लहर,धुनों के बंधन की लहर,मन के डोलने की लहर,तन के थिरकने की लहर,उठी कहीं एकसंगीत की लहर।